Friday, September 21, 2012

तुम से कहूं इक बात

तुम से कहूं इक बात परों से हलकी हलकी रात मेरी है छाओं तुम्हारे ही आँचल की तुम से कहूं एक बात परों से हलकी हलकी हलकी हलकी हलकी सोईं गलियाँ बांह पसारे आँखें मींचे सोईं गलियाँ बांह पसारे आँखें मींचे मैं दुनिया से दूर घनी पलकों के नीचे देखूं चलते ख्वाब लकीरों पर काजल की तुम से कहूं इक बात परों से हलकी हलकी हलकी हलकी हलकी धुंधली धुंधली रैन मिलन का बिस्तर जैसे धुंधली धुंधली रैन मिलन का बिस्तर जैसे खुलता छुपता चाँद सेज के ऊपर जैसे चलती फिरती खात हवाओं पर बादल की तुमसे कहूं इक बात परों से हलकी हलकी हलकी हलकी हलकी है भीगा सा जिस्म तुम्हारा इन हाथों में है भीगा सा जिस्म तुम्हारा इन हाथों में बाहर नींद भरा पंछी भीगी शाखों में और बरखा की बूँद बदन सी ढलकी ढलकी तुम से कहूं इक बात परों से हलकी हलकी हलकी

Thursday, September 13, 2012

असा बेभान हा वारा

असा बेभान हा वारा कुठे ही नाव मी नेऊ नदीला पूर आलेला कशी येऊ कशी येऊ ? जटा पिंजून या लाटा विखारी झेप ही घेती भिडे काळोख प्राणांना दिशांचे भोवरे होती जीवाचे पूल हे माझ्या तुझ्या पायी कशी ठेऊ ? कुळाचे लौकीकाचे मी क्षणी हे तोडिले धागे बुडाले गाव ते आता बुडाली नाव ही मागे दिले हे दान दैवाने करी माझ्या कशी घेऊ ? जगाच्या क्रूर शापांचे जिव्हारी झेलले भाले तुझे सौभाग्य ल्याया हे तुझी होऊन मी आले तुझे तू घे उरी आता किती मी हाक ही देऊ ? शब्द : मंगेश पाडगावकर संगीत : पं. हृदयनाथ मंगेशकर स्वर : लता मंगेशकर

Friday, September 7, 2012

हर तरफ अब यही अफ़साने हैं

हर तरफ अब यही अफ़साने हैं हम तेरी आँखों के दीवाने हैं हर तरफ अब यही अफ़साने हैं इतनी सच्चाई है इन आँखों में खोते सिक्के भी खरे हो जाए तू कभी प्यार से देखे जो उधर सूखे जंगल भी हरे हो जाए बाग़ बन जाए , बाग़ बन जाए जो वीराने हैं हम तेरी आँखों के दीवाने हैं हर तरफ अब यही अफ़साने हैं एक हल्का सा इशारा इनका कभी दिल और कभी जान लूटेगा किस तरह प्यास बुझेगी उसकी किस तरह उसका नशा टूटेगा जिसकी किस्मत में , जिसकी किस्मत में ये पैमाने हैं हम तेरी आँखों के दीवाने हैं हर तरफ अब यही अफ़साने हैं नीची नजरो में हैं कितना जादू हो गए पल में कई ख्वाब जवाँ कभी उठने कभी झुकने की अदा ले चली जाने किधर जाने कहाँ रास्ते प्यार के , रास्ते प्यार के अनजाने हैं हम तेरी आँखों के दीवाने हैं -2 हर तरफ अब यही अफ़साने हैं तर्ज : मदन मोहन कलाम : कैफ़ी आजमी आवाज : मन्ना डे