चाँद मेरा दिल चांदनी हो तुम
चाँद से है दूर चांदनी कहाँ
लौट के आना है यहीं तुम को
जा रहे हो तुम जाओ मेरी जान
मिलेगा सच्चा प्यार मुश्किल से
हो… दिल की दोस्ती खेल नहीं कोई
दिल से दिल है मिलता यार मुश्किल से
यही तो है सनम प्यार का ठिकाना
मैं हूँ मैं हूँ मै हूँ
शायर : मजरूह सुलतानपुरी
संगीत : राहुल देव बर्मन
आवाज : महम्मद रफ़ी

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