किस लिए मैंने प्यार किया
दिल को यूँही बेक़रार किया
शाम सवेरे तेरी राह देखी
रात दिन इंतज़ार किया
आँखों में मैंने काजल डाला
माथे पे बिंदिया लगाईं
ऐसे में तू आ जाए तो
क्या तो, राम दुहाई
चुप के मुंह में अरमानों ने
ली कैसी अंगड़ाई
कोई देखे तो क्या समझे
हो जाए रुसवाई
मैंने क्यूँ सिंगार किया
दिल को यूँ बेक़रार किया
शाम सवेरे तेरी राह देखी
रात दिन इंतज़ार किया
ओ किस लिए मैंने प्यार किया
आज वो दिन है जिसके लिए मैं
तड़पी बनके राधा
आज मेरे मन की बैचेनी
बढ़ गई और ज्यादा
प्यार में धोखा न खा जाए
ये मन सीधा साधा
ऐसा न हो झूठा निकले
आज मिलन का वादा
मैंने क्यों बेक़रार किया
शाम सवेरे तेरी राह देखी
रात दिन इंतज़ार किया
किस लिए मैंने प्यार किया
गीत : आनंद बक्षी
स्वर : लता मंगेशकर
संगीत : राहुल देव बर्मन
चित्रपट : दी ट्रेन

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