Friday, July 11, 2008

बेदर्दी बालमा तुझको .....

बेदर्दी बालमा तुझको मेरा मन याद करता है
बरसता है जो आन्खों से वो सावन याद करता है

कभी हम साथ गुज़रे जिन सजिली रेहगुज़ारों से
फ़िज़ा के बेस में गिरते हैं अब पत्ते चनारों से
ये राहें याद करती हैं ये गुलशन याद करता है
बेदर्दी बालमा तुझको......

कोइ झोंका हवा क जब मेरा आंचल उडाता है
गुमां होत है जैसे तु मेरा दामन हिलाता है
कभि चूमा था जो तूने वो दामन याद करता है
बेदर्दी बालमा तुझको ........

वो हि हैं झील के मन्दर वो हि किरणों कि बरसातें
जहान हम तुम किय करते थे पहरों प्यार कि बातेइन
तुझे इस झील का खामोश दर्पन याद करता है
बेदर्दी बालमा तुझको .......

गीतकार :हसरत जयपुरी
गायक :लता मंगेशकर
संगीतकार :शंकर जयकिशन
चित्रपट :आरजू - १९६५

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