Thursday, July 24, 2008

किसिकी मुस्कुराहटों पे ....

किसिकी मुस्कुराहटों पे हो निसार
किसिका दर्द मिल सके तो ले उधार

किसिके वास्ते हो तेरे दिल में प्यार
जिना इसि का नाम है

मान अपनि जेब से फ़कीर हं
फिर भी यारों दिल के हम अमीर हैं

मिटे जो प्यार के लिये वोह ज़िन्दगी
जले बहार के लिये वोह ज़िन्दगी
किसि को हो न हो हमें तो ऐतबार
जिना इसि का नाम है

रिश्ता दिल से दिल के ऐतबार का
ज़िन्दा है हमीं से नाम प्यार का
के मर के भी किसि को याद आयेंगे
किसि के आंसुओं में मुस्कुरायेंगे

कहेगा फूल हर कली से बार बार
जीना इसि का नाम है

किसिकी मुस्कुराहटों पे हो निसार..

2 comments:

राज भाटिय़ा said...

अभय जी धन्यवाद

SP Gadiyar (Abhay) said...

शुक्रिया राज जी. आज और एक बढीया गीत पेश है ..