Monday, July 28, 2008

तेरी आंखों की चाहत में......

तेरी आंखों की चाहत में तो मैं सब कुछ लुटा दूंगा
मोहब्बत कैसे की जाती है दुनियां को दिखा दूंगा

तेरे नाजूक हसीन कदमों के नीचे हमसफ़र मेरे
जहां होगा कोई कांटा, वहां मै दिल बिछा दूंगा

तमन्ना हैं के रोशन हो, तेरी दुनियां, तेरी महफ़िल
उजाला मिल सके तुझ को, तो मैं घर भी जला दूंगा

बहार और चीज क्या हैं फ़ूल कलियां किस को कहते है
लहू मेरा सलामत मैं, तेरा जीवन सजा दूंगा

फ़िल्म : जनता हवालदार ( इस नाम कि फ़िल्म थी)
संगीत : राजेश रोशन
गायक: अन्वर
शायर : मजरूह सुलतानपुरी

2 comments:

मोहन वशिष्‍ठ said...

बहुत बहुत धन्‍यवाद अभय जी जनता हवलदार फिल्‍म का गाना पढाने के लिए
तमन्ना हैं के रोशन हो, तेरी दुनियां, तेरी महफ़िल
उजाला मिल सके तुझ को, तो मैं घर भी जला दूंगा

बहुत खूब

SP Gadiyar (Abhay) said...

धन्यवाद मोहनजी. अल्फ़ाज थे मजरूहजी के जो मैने आप तक पहूंचाए. इसी तरफ़ मेरा ब्लोग विजिट करें और आपकि पसंद भी बताइये.