Monday, August 23, 2010

मेरी निंदों में तुम

मेरी निंदों में तुम, मेरे ख्वाबों में तुम
हो चुके हम तुम्हारी मोहब्बत में गुम

मन कि बिना कि धुन, तु बलम आज सुन
मेरी नज़रों ने तुझ को लिया आज चुन
मन कि बिना कि धुन, तु बलम आज सुन

मेरी दिल कि लगी तु, मेरी ज़िन्दगी तु
मेरी हर नज़र है तेरी दास्ताँ

मेरे दिल कि बहारें तुम्ही को पुकारें
तुम्ही से है आबाद मेरा जहाँ

तु मेरा नाज़ है, मेरा अंदाज़ है, दिल की आवाज़ है

मेरी नींदों में तुम, मेरे ख्वाबों में तुम
हो चुके हम तुम्हारी मोहब्बत में गुम

मन कि बिना कि धुन, तु बलम आज सुन

मेरी नज़रों ने तुझ को लिया आज चुन
मन कि बिना कि धुन, तु बलम आज सुन

दिल पे छायी खुशी है लबों पर हंसी है
खिलि है तेरे प्यार कि चाँदनी
घूमती है निग़ाहें नशा छा रहा है
के दिल गा रहा है तेरी रागिनी
होले होले सजन मेरा कह्ता है मन
अब तो लागि लगन

मेरी नींदों में तुम, मेरे ख्वाबों में तुम
हो चुके हम तुम्हारी मोहब्बत में गुम
मन कि बिना कि धुन, तु बलम आज सुन

तुम मेरे हो गये हो तो ये चाँद तारे
ये सारे नज़ारे मेरे हो गये
दिल हुआ है दीवाना समा है सुहाना
कहें क्या तेरे प्यार में खो गये
रात गाने लगी गुनगुनाने लगी
नींद छाने लगी
मेरी नींदों में तुम, मेरे ख्वाबों में तुम
हो चुके हम तुम्हारी मोहब्बत में गुम
मन कि बिना कि धुन, तु बलम आज सुन

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