Tuesday, August 17, 2010

ये जो देस है तेरा, स्वदेस है तेरा

ये जो देस है तेरा, स्वदेस है तेरा, तुझे है पुकारा
ये वो बंधन है जो कभी तूट नहिं सकता

मिट्टी की जो खुशबू, तु कैसे भूलायेगा
तु चाहे कहिं जाये, तु लौट के आयेगा
नयी नयी राहों में, दबी दबी आहों में
खोये खोये दिलसे तेरे, कोई ये कहेगा
ये जो देस है तेरा, स्वदेस है तेरा, तुझे है पुकारा
ये वो बंधन है जो कभी तूट नहिं सकता

तुझसे ज़िंदगी, है ये केह रही
सब तो पा लिया, अब है क्या कमीं
युं तो सारे सुख है बर्से
पर दूर तु है अपने घरसे
आ लौट चल तु अब दिवाने
जहां कोइ तो तुझे अपना माने
आवाज़ दे तुझे बुलाने, वहि देस
ये जो देस है तेरा, स्वदेस है तेरा, तुझे है पुकारा
ये वो बंधन है जो कभी तूट नहिं सकता

ये पल है वही, जिस में है छुपी
कोई एक सदी, सारी ज़िन्दगी
तु न पूछ रास्ते में काहे
आए हं इस तरह दो राहें
तु हि तो है राह जो सुझाये
तु हि तो है अब जो ये बताये
चाहे तो किस दिशा में जाये वहि देस
ये जो देस है तेरा, स्वदेस है तेरा, तुझे है पुकारा
ये वो बंधन है जो कभि तूट नहिं सकता

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